"स्वर सरिता" मूलतः संगीत पर केंद्रित है।गत तेरह वर्षों से निरन्तर प्रकाशित रही इस पत्रिका में संगीत,संगीतकार था उनसे जुड़े विविध आयामों को लेकर स्तरीय सामग्री का प्रकाशन किया जाता रहा है। गायन वादन एवं नृत्य के अलावा पत्रिका को रोचक बनाने के लिए इसमें अभिनय,कला,संस्कृति थता पर्यटन विषयक सामग्री भी प्रकाशित होती रही है।
स्वर सरिता के अनेक विशेषांक भी प्रकाशित हुए हैं।इनमें प्रति वर्ष फरवरी माह में वसंत अंक, मार्च में होली अंक,अप्रैल में राजस्थान दिवस अंक,जून में जल संस्कृति अंक,अगस्त में वर्षा अंक, अक्टूबर में गांधी विशेषांक प्रकाशित किया जाता है। इसके अलावा स्वर सरिता ने "अशव अंक","पक्षी अंक", वृक्ष अंक, नदी विशेषांक,कूप अंक,हवेली अंक,लोरी अंक,पर्यटन अंक तथा ठुमरी अंक और जयपुर विशेषांक जैसे अंक भी प्रकाशित किये है जो संगीत संदर्भ जगत में बहुत सराहे गये हैं।
स्वर सरिता का प्रयास है कि वह पाठकों को संगीत,कला संस्कृति एवं पर्यटन पर अधूती एवं स्तरीय सामग्री प्रदान करें। वह अपने इसी लक्ष्य पर निरन्तर अग्रसर हैं।